नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि मंत्री आतिशी राजधानी की सड़कों और अन्य सुविधाओं की बुरी हालत पर हैरान होने का नाटक न करें। अरविंद केजरीवाल सरकार की अनदेखी और लापरवाही के कारण पिछले नौ साल से पूरी दिल्ली में सड़कों का बुरा हाल हो चुका है। सरकार ने सड़कों की कोई सुध नहीं ली गई और न ही कोई विकास कार्य हुआ है। अब वह अपनी सरकार की नाकामी का जिम्मा अफसरों पर डालने की कोशिश कर रही हैं। नौ साल से केजरीवाल सरकार सिर्फ झूठा प्रचार करके ही दिल्ली की सड़कों को लंदन और पेरिस जैसी सड़कें बनाने का झांसा देती रही है लेकिन अब पूरी सच्चाई सामने आ गई है।
बिधूड़ी ने कहा कि पिछले एक सप्ताह के दौरान पीडब्ल्यूडी मंत्री आतिशी ने दो जगहों का दौरा किया। पिछले गुरुवार को वह रोहतक रोड पर गई तो वहां की हालत देखकर उन्होंने हैरान होने का नाटक किया क्योंकि कई जगह रोड की हालत बेहद जर्जर और खस्ता नजर आई। रोड साइड ड्रेनेज प्लान तो पूरी तरह चौपट नजर आया। यही वजह है कि वहां जगह-जगह पानी भरता है। उन्होंने निरीक्षण के दौरान कई जगह सड़कों पर बड़ी-बड़ी दरारें भी देखीं। नांगलोई से लेकर टीकरी बॉर्डर तक यही हाल मिला। इसके बाद उन्होंने तीन दिन पहले सोमवार को सिविल लाइंस टी जंक्शन से लेकर कश्मीरी गेट बस अड्डे तक रिंग रोड का निरीक्षण किया। इस बार भी उन्हें यही हालत मिली। फुटपाथ की हालत तो बहुत ही खराब मिली। हल्की बारिश के बाद ही इस इलाके में भी पानी भर जाता है। यहां भी उन्होंने इंजीनियरों पर एक्शन लेने की धमकी दी।
बिधूड़ी ने कहा कि मंत्री आतिशी दिल्ली के किसी भी हिस्से में चली जाएं तो उन्हें यही हाल देखने को मिलेगा क्योंकि केजरीवाल के विकास के मॉडल में दिल्ली की सड़कों, फुटपाथों की मरम्मत की जगह ही नहीं है। यहां तक कि शनिवार को उपराज्यपाल महोदय पूर्वी दिल्ली के इलाकों के दौरे पर गए थे तो वहां भी दिल्ली सरकार की अनदेखी साफतौर पर नजर आई थी। बदहाल और गड्ढों वाली सड़कें मिली थीं, खस्ता हाल पार्क मिले थे, नालियां और नाले चोक मिले थे, फ्लाई ओवरों की रेलिंग तक उखड़ी हुई मिली थी और जगह-जगह गंदगी के अंबार मिले थे। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि हाल ही में जी-20 के दौरान दिल्ली सरकार ने बहुत प्रचार किया था कि दिल्ली सज-संवर गई है लेकिन असल में केजरीवाल सरकार ने केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को अपना बताते हुए प्रचार किया था। वास्तव में दिल्ली की हालत क्या है, यह सामने आ गया है।
बिधूड़ी ने सुझाव दिया कि पूरी दिल्ली में घूमकर निरीक्षण करने या फोटो छपवाने की बजाय दिल्ली सरकार सभी सड़कों की मरम्मत और उन्हें नए सिरे से बनाने का आदेश दे। अगर इस तरह सड़कों के निरीक्षण के माध्यम से प्रचार किया जाता रहा तो खस्ताहाल हो चुकी सड़कों की हालत तब तक और खराब हो जाएगी। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी और भाजपा विधायक अपने-अपने क्षेत्र की सड़कों की स्थिति पर रिपोर्ट भी सरकार को दे सकते हैं और जल्दी ही इस दिशा में कार्य शुरू किया जा सकता है।