नई दिल्ली। दिल्ली में बुधवार को वायु गुणवत्ता बहुत ही खराब श्रेणी में दर्ज की गई। औसत एक्यूआई 336 दर्ज किया गया है। लोगों को सांस लेने में तकलीफ की शिकायत है और आंखों में जलन की समस्या भी पेश आ रही है। सूरज निकला है पर धूम खुलकर नहीं है। जानकार बताते हैं कि हवा धीरे-धीरे गंभीर श्रेणी की ओर रुख कर रही है। मंगलवार सुबह व शाम के समय स्मॉग छाया रहा। प्रदूषित हवा से लोगों को सांस लेने व आंखों में जलन हो रही है। मंगलवार का दिन इस सीजन का सबसे प्रदूषित रहा, वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) 359 दर्ज किया गया, जोकि सोमवार के मुकाबले 12 सूचकांक अधिक रहा। वजीरपुर व रोहिणी समेत छह इलाकों में हवा सर्वाधिक प्रदूषित रही। दिल्ली के अधिकतर इलाकों में वायु सूचकांक 301 के पार रहा। एनसीआर में ग्रेटर नोएडा का एक्यूआई सबसे अधिक रहा। कमोबेश यही स्थिति बृहस्पतिवार तक बने रहने का अनुमान है। विशेषज्ञों के मुताबिक, हवा की गति कम होने से प्रदूषण कण हवा में सघन हो रहे हैं। इससे वायु गुणवत्ता खराब हो रही है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, दिल्ली में मंगलवार को 29 इलाकों में बेहद खराब हवा दर्ज की गई। इसमें मुंडका व एनएसआईटी द्वारका में वायु सूचकांक 430 रहा। आनंद विहार में 422, रोहिणी में 413, नॉर्थ कैंपस में 413 व न्यू मोती बाग में 403 एक्यूआई दर्ज किया गया, जोकि गंभीर श्रेणी है। वजीरपुर में 394, बवाना में 392, जहांगीरपुरी में 390, सोनिया विहार में 387, बुराड़ी क्रॉसिंग में 383, पंजाबी बाग में 382, ओखला फेज-2 में 367, अशोक विहार में 317, नरेला में 372, द्वारका सेक्टर-8 में 356 समेत 29 इलाकों में एक्यूआई बेहद खराब श्रेणी में दर्ज किया गया।