नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने कहा है कि केजरीवाल सरकार ने प्रदूषण पर किसी तरह का नियंत्रण न करके दिल्ली की जनता को जीते-जी मार दिया है। अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कहा है कि दिल्ली के लोगों के स्वास्थ्य की हत्या कर दी गई है। सुप्रीम कोर्ट की इस फटकार के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को अपने पद पर बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है। उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। बिधूड़ी ने कहा कि हम पहले ही कहते आ रहे हैं कि दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के तीन कारण हैं और इन तीनों कारणों के लिए केजरीवाल सरकार ही जिम्मेदार है। पंजाब में जलने वाली पराली का धुआं लगातार दिल्लीवालों का दम घोंट रहा है। अरविंद केजरीवाल कहते रहे हैं कि अगर पंजाब में उनकी पार्टी की सरकार आ गई तो पराली जलना बंद करा देंगे लेकिन इस साल पराली जलने की घटनाओं के तमाम रिकॉर्ड टूट रहे हैं। पराली के कारण दिल्ली के हालात इतने गंभीर हो गए हैं कि सुप्रीम कोर्ट को कहना पड़ा है कि हम लोगों को इस तरह मरते नहीं देख सकते। पराली जलाने की प्रतिदिन 4 हजार से अधिक घटनाएं हो रही हैं लेकिन आम आदमी पार्टी हाथ पर हाथ रखकर बैठी है।उन्होंने कहा कि पराली के अलावा बड़े कारण दिल्ली में पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुलभ न होना और सड़कों की मरम्मत न होना है। सुप्रीम कोर्ट ने भी इन दो कारणों को भी प्रदूषण का सबसे बड़ा जिम्मेदार माना है। दिल्ली में आप सरकार ने अब तक एक भी सीएनजी बस नहीं खरीदी। जो 800 इलेक्ट्रिक बसें दिल्ली में चल रही हैं, वे केंद्र द्वारा ही दी गई हैं। डीटीसी का पूरा बेड़ा ओवरएज हो चुका है और उन खटारा बसों के बार-बार खराब होने के कारण जाम लग रहा है और प्रदूषण बढ़ रहा है। पब्लिक ट्रांसपोर्ट सुलभ न होने के कारण लोग अपने वाहन सड़कों पर लाने के लिए मजबूर हो रहे हैं। सुप्रीम कोर्ट ने वाहनों पर नियंत्रण के लिए भी दिल्ली सरकार को फटकार लगाई है। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि दिल्ली की सड़कों की मरम्मत न होने के कारण धूल का गुबार पूरी दिल्ली को प्रदूषण की चपेट में लिए हुए है लेकिन सरकार इस समस्या पर ध्यान देने की बजाय भ्रष्टाचार में लिप्त है।