मध्य प्रदेश। मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लिए शाम पांच बजे तक 70.99 फीसदी मतदान हुआ। भाजपा और कांग्रेस दोनों पार्टियों के लिए यह चुनाव किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। मतदाताओं ने पिछली बार कमलनाथ की 15 महीने और शिवराज की साढ़े तीन वर्ष की सरकार को देखा है। उसी आधार पर जनता अपना फैसला सुना सकती है। इस बार जहां कमलनाथ और दिग्विजय सिंह जैसे कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का भविष्य दांव पर होगा तो वहीं भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों और चार सांसदों के राजनीतिक भविष्य के लिए भी यह चुनाव अहम होगा। मध्य प्रदेश में मुख्य निर्वाचन अधिकारी अनुपम रंजन ने मुरैना हिंसा पर बयान दिया है। उन्होंने कहा कि घटना कल देर रात हुई, जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई और पोस्टमार्टम के बाद एफआईआर दर्ज की जाएगी। अधिकारी ने कहा कि इसका चुनाव से कोई संबंध नहीं है और यह मतदान से पहले के दिन की घटना है। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने रेहटी में मतदान केंद्र का दौरा किया। सीएम ने कहा कि राज्य में मतदान के लिए सही व्यवस्था है और जनता उत्साहित हैं। उन्होंने कहा कि मैंने देखा कि एक्सीडेंट के बावजूद लोग वोट डालने आ रहे हैं।