नई दिल्ली। छठ पर्व का आज उदीयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ ही समापन हो गया। दिल्ली और एनसीआर में इसे बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। जगह-जगह घाटों का निर्माण किया गया और छठव्रती इसमें उतरकर भगवान सूर्य की उपासना की। बच्चे से लेकर बुजुर्ग तक में खासा उत्साह देखा गया। छठ घाट पारंपरिक छठ गीतों से गूंजायमान रहे। हर ओर भक्ति में विभोर श्रद्धालु नजर आए। छठ के गीत को गाते हुए श्रद्धालु फल और पूज सामग्री लेकर दोपहर से ही छठ घाटों पर पहुंच रहे थे। सूरज के उदयाचल होने से पहले छठ घाटों पर श्रद्धालुओं की भीड़ नजर आ रही थी। सभी सोमवार तड़के घाटों पर पहुंचकर पूजा की तैयारी कर रहे थे। रिहायशी इलाकों में बने कृत्रिम छठ घाटों पर लोग पैदल ही पहुंचे थे, जबकि आईटीओ पर लोग अपने वाहनों और ऑटो रिक्शा के सहारे से पहुंचे थे। आईटीओ, कुदेसिया घाट के साथ ही करोलबाग, गोल मार्केट, मंदिर मार्ग, पंडारा पार्क, पहाड़गंज और राजेंद्र नगर समेत अन्य स्थानों पर अस्थाई घाटों पर संगम जैसा दृश्य देखते ही बन रहा था। कृत्रिम घाटों पर लोगों ने डुबकी लगाने के बाद उदयाचल सूर्य को अर्घ्य दिया। महिला से लेकर पुरुष, बुजुर्ग, गरीब-अमीर सब एक ही भावना और भक्ति में नजर आए। एनजीटी के निर्देशों का हवाला देते हुए यमुना में डूबकी लगाने पर प्रतिबंध होने की वजह से कृत्रिम घाट प्रशासन और छठ समितियों ने तैयार किए थे। इस दौरान पूजा समितियों के दिल्ली पुलिस और पूजा समितियों के स्वयंसेवकों लोगों की मदद के आतुर दिखे। सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से भी सुरक्षा की निगरानी की जा रही थी। यातायात पुलिस भी विभिन्न स्थानों पर तैनात थी।