राजस्थान। राहुल गांधी ने वल्लभनगर में जनसभा कर बीजेपी को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, बीजेपी देश में हिंसा, डर और नफरत फैलाती है। नफरत फैलाने का कारण बेरोजगारी और महंगाई है। बजीेपी का सिस्टम इन दोनों मुद्दों से आपका ध्यान हटाने के लिए नफरत फैलाता है। बीजेपी- आरएसएस डरती है कि हिंदुस्तान का धन गरीबों, मजदूरों, किसानों, दलितों और आदिवासियों को न मिल जाए। वे चाहते हैं कि हिंदुस्तान का धन अरबपतियों के हाथ में रहे और दलित, आदिवासी और पिछड़े इस पर सवाल न उठाएं। राहुल ने कहा कि मैं ‘भारत जोड़ो यात्रा’ में लाखों लोगों के साथ पैदल कन्याकुमारी से कश्मीर गया. हमारा लक्ष्य बीजेपी की फैलाई गई नफरत और हिंसा के खिलाफ खड़ा होना था, क्योंकि यह देश नफरत का नहीं.. मोहब्बत और भाईचारे का देश है. इसलिए हमने यात्रा में नारा दिया- ‘नफरत के बाजार में मोहब्बत की दुकान’ खोलनी है। राहुल ने कहा कि उत्तराखंड में मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, लेकिन 24 घंटे मीडिया सिर्फ क्रिकेट की बात कर रही है, थोड़ा वक्त हमारे मजदूरों को भी दीजिए। इसी तरह मीडिया में सिर्फ नरेंद्र मोदी नजर आते हैं, क्योंकि वे अडानी का काम करते हैं। मोदी जी जीएसटरी का पैसा अडानी को भेजते हैं और अडानी मोदी जी का चेहरा मीडिया में दिखाते हैं। राहुल ने कहा, बीजेपी के नेता कहते हैं- हिंदी सीखो, अंग्रेजी मत सीखो। लेकिन जब आप बीजेपी नेताओं से पूछेंगे तो पता चलेगा कि उनके बच्चे अंग्रेजी मीडियम स्कूलों में पढ़ते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि बीजेपी नेताओं को पता है कि अच्छी नौकरियां पाने के लिए अंग्रेजी बोलना जरूरी है। लेकिन वो चाहते हैं कि आदिवासी युवा सिर्फ जंगल में रहें, जबकि हम चाहते हैं कि आदिवासी युवा बड़े से बड़ा सपना देखें और उन्हें पूरा करें।